महासागर से चलकर रायपुर के तट पर लगा ins विक्रांत । आईएनएस विक्रांत

महासागर से चलकर रायपुर के तट पर लगा ins विक्रांत । आईएनएस विक्रांत

रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी में आईएनएस विक्रांत के तर्ज़ पर बने गणेश पंडाल को देखने लोग दूर-दूर से रहे हैं समिति के लोगों का कहना है कि पंडाल को बनाने के लिए कारीगर ख़ास टूर पर कलकत्ता से आते हैं लगातार तीन वर्षों से कालीबाड़ी चौक पर बड़े ही भव्य और विशाल रूप में पंडाल बनाया जा रहा है इसके पहले यहाँ पर टाइटैनिक और चंद्रयान 3 के तर्ज़ पर पंडाल को तैयार किया गया था अब इस वर्ष आईएनएस विक्रांत के तर्ज़ पर इसका निर्माण किया गया है


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अब बात करते हैं उनकी, जिनके लिए ये भव्य पंडाल सजाया गया है, जी हाँ ! गणेश भगवान की । आईएनएस विक्रांत के पीछे पंडाल में गणेश जी की भव्य व आकर्षित मूर्ति की स्थापना की गई है, जिसकी ख़ूबसूरती देखते ही बनती है । 


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आईएनएस विक्रांत क्या है ?


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आईएनएस विक्रांत, जिसे स्वदेशी विमान वाहक 1 (आईएसी-1) के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय नौसेना के लिए केरल के कोच्चि में कोचीन शिपयार्ड द्वारा निर्मित एक विमान वाहक है। यह भारत में निर्मित पहला विमान वाहक है । मई 2022 में भारतीय नौसेना ने INS विक्रांत के लिए प्राथमिक विमान के रूप में इस्तेमाल किए जाने के लिए F-18 हॉर्नेट को शॉर्टलिस्ट किया था। इसी स्थान के लिए डसॉल्ट राफेल भी प्रतिस्पर्धा कर रहा है। निर्णय लिए जाने से पहले दोनों विमानों का इस समय व्यापक परीक्षण किया जा रहा है। आईएनएस विक्रांत को आधिकारिक तौर पर 2 सितंबर, 2022 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कमीशन किया गया था। 



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Author Bharat chandra
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