सुरेन्द्र साहू की रिपोर्ट
संदेश भारत, रायपुर। देश और प्रदेशों में ग्रामीण विकास के लिए सरकार नए नए स्कीम लाती है और ग्रामीण विकास के लिए करोड़ों रूपयों का अनुदान देती है l वहीं दूसरी तरफ ग्राम पंचायत सरपंच अपनी जागीर समझ कर सरकारी अनुदान अपने जेब में डाल लेती है। ऐसा ही एक मामला जनपद पंचायत आरंग के अंतर्गत ग्राम पंचायत बनरसी का है। यहाँ स्वीकृत विकास कार्यो के लिए जारी अनुदान में धांधली करने का मामला सामने आया है। सरपंच के द्वारा लाखों रुपयों का गमन किया गया। पर्यावरण विभाग को सूचना दिए बगैर गांव के 943 से अधिक पेड़ों की कटाई की गई। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार स्व सहायता समूह को आर्थिक मदद के लिए अनुदान देती है उसकी राशि का गमन किया। साथ ही आवास योजना के अंतर्गत रोजगार सहायक, सचिव और जनपद पंचायत अधिकारियों के मिली भगत से आवास का पैसा अन्य व्यक्ति को दिया गया।
ग्रामीणों को जमीनी स्तर पर स्वीकृत विकास कार्यों में हेर फेर की आशंका हुई। आशंका होते ही ग्रामीणों ने सीईओ जनपद कार्यालय आरंग में स्वीकृत कार्यों की जाँच की मांग की। शिकायत मिलने पर सीईओ जनपद पंचायत आरंग ने जाँच के आदेश दिए। जांच टीम ने 7 बिंदु पर जाँच कर रिपोर्ट दी। जिसमें 6 लाख 76 हजार से अधिक रुपयों का गमन सरपंच खेलु राम साहू द्वारा किया गया।
इन कार्यों की राशि का आहरण सरपंच द्वारा किया गया
जाँच रिपोर्ट के मुताबिक 6 कार्यों की राशि का आहरण सरपंच खेलु राम साहू द्वारा किया गया है। जिसमें आधा अधूरा कार्य पाया गया l जाँच में ग्राम पंचायत बनरसी के सरपंच खेलु राम साहू दोषी पाए गए। इनसे 6 लाख 76 हजार से अधिक रुपयों की वसूली करने की बात कही गई है।
1 .DMT के तहत तालाब गहरीकरण
2. सड़क के किनारे नाली निर्माण भाठापारा गली से बलराम साहू के घर तक
3. पापड़ मशीन खरीदी की राशि
4.बगझुला मंदिर परिसर में शौचालय निर्माण
5. गली क्रांकिटीकरण साहाड़ा चौक
ग्रामीणों ने लगाए रोजगार सहायक और सचिव पर गंभीर आरोप
ग्राम पंचायत सचिव और ग्राम रोजगार सहायक और जनपद के कुछ अधिकारीयों के ऊपर भी आवास योजना में धांधली करने का भी आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि रोजगार सहायक, सरपंच और सचिव की मिली भगत से मनरेगा में फर्जी हाजरी लगाई जाती है। जिनमें उनके करीबी लोगों का नाम है। जिसके जांच के लिए हमने आवेदन किया है लेकिन अभी तक किसी तरह का कोई कार्रवाई नहीं की गई। साथ ही आवास योजना में भी भारी धांधली जनपद अधिकारियों, सरपंच और रोजगार सहायक के साथ मिलकर किया गया है।
पूर्व सरपंच से की जानी है 10 लाख रूपयों की वसूली
ग्राम पंचायत बनरसी के पूर्व सरपंच धनेश्वरी साहू के कार्यकाल की 10 लाख रुपयों की वसूली अभी तक नहीं की गई है। ग्रामीणों ने बताया कि अपने कार्यकाल में भारी मात्रा में धांधली किया था। जांच में 10 लाख रुपए की वसूली बाकी है। जो अभी तक वसूल नहीं किया गया है।
उप सरपंच और पूर्व कार्यवाहक सरपंच ने तालाब गहरीकरण में बरती अनियमितताएं
पूर्व सरपंच प्रतिनिधि ईश्वर साहू ने आरोप लगाया है कि उपसरपंच और पूर्व कार्यवाहक सरपंच लखन साहू ने तालाब गहरी करण के नाम पर लाखों रूपये का गमन किया गया है। 15वें वित्त के तहत लाखों रुपए ग्राम पंचायत के खाते से निकाला गया। लेकिन जमीनी स्तर पर कार्यों में भारी धांधली की गई। जिसकी जांच के लिए जनपद पंचायत में आवेदन किया है। लेकिन किसी तरह का कोई कार्रवाई सीईओ द्वारा नहीं की जा रही है।
( आवेदन की कॉपी संलग्न है जिस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है )
सरपंच को बचाने का किया जा रहा है प्रयास
ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच को बचाने का प्रयास अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। जिसके चलते विकास कार्यों की जांच के लिए दिए आवेदनों पर कोई प्रतिक्रिया जनपद पंचायत आरंग द्वारा नहीं दी गई है।
बिना पर्यावरण विभाग को सूचना दिए काटे गांव के 943 पेड़
ग्रामीणों ने बताया कि बिना पर्यावरण विभाग को जानकारी दिए बिना गांव के 943 से अधिक बम्बुल पेड़ों की कटाई किया गया। इससे मिले पैसों को सरपंच खेलुराम साहू द्वारा गमन कर लिया। जिसका किसी भी प्रकार का लेखा जोखा नहीं किया गया। पेड़ों की कटाई से संबंधित मामले में सरपंच से जानकारी मांगने पर धमकी देने लग जाते है।
ग्राम समिति द्वारा प्रस्ताव पारित कर काटे गए पेड़ : सरपंच खेलूराम
ग्राम पंचायत बनरसी में जांच के लिए आए जांच टीम के जांच रिपोर्ट के अनुसार सरपंच खेलूराम साहू ने कहा कि बबूल पेड़ की कटाई ग्राम समिति के द्वारा प्रस्ताव पारित कर किया गया है। जिसमें 943 पेड़ काटने की बात कही है।
आवास योजना में हेर फेर
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत रोजगार सहायक, सचिव और जनपद पंचायत अधिकारियों के मिली भगत से आवास का पैसा अन्य व्यक्ति को दिया गया। किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर आवास मिला है और किसी दूसरे व्यक्ति को आवास का पैसा दिया जा रहा है।
(नोट: आवेदन कॉपी प्राप्त होने पर छानबीन कर सत्यता की जांच की तो पाया कि 6 लोगों के आवास योजना दिया जाना था लेकिन इनके बदले अन्य लोगों को आवास का पैसा दिया जा रहा है जिसकी कॉपी ग्रामपंचायत बनरसी के सूचना पटल में लगी हुई है )
रोजगार सहायक बिहारी साहू फर्जी हाजिरी डाल कर करता है पैसों का गमन
पूर्व सरपंच प्रतिनिधि ईश्वर साहू और पंच पुनाराम साहू ने आरोप लगाया है कि रोजगार सहायक बिहारी साहू मनरेगा के अंतर्गत फर्जी हाजिरी कर पैसे का गमन करता है। साथ ही अपने और सरपंच के नजदीकी लोगों का फर्जी हाजिरी डालता है। जिसकी जानकारी सीईओ जनपद पंचायत को दी है। लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है ।
लगभग 2 लाख रूपयों की वसूली हमसे की जानी है : ईश्वर साहू (पूर्व सरपंच नीरा साहू के पति)
पूर्व सरपंच नीरा साहू ने अपने कार्यकाल में किए अनियमितताओं को स्वीकार किया। साथ ही उनके पति ईश्वर साहू ने कहा कि कोर्ट में पेशी चल रही है। जो फैसला न्यायालय द्वारा किया जाएगा सर्व मान्य होगा। उन्होंने बताया कि लगभग 2 लाख रुपए की वसूली होनी है। साथ ही ग्राम पंचायत में मेरी पत्नी के कार्यकाल की राशि लगभग 5 लाख रुपए मेरी पत्नी को मिलना है। जो अभी तक नहीं मिला है।
सीईओ ने बार बार काटा कॉल
जब हमने मामले को लेकर जनपद पंचायत आरंग के सीईओ से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने बार बार हमारा कॉल कट कर दिया।
सरपंच पर कार्रवाई नहीं, तो करेंगे चक्काजाम: ग्रामीण
ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। सरपंच पर कड़ी कार्रवाई की लगातार मांग कर रहे है। अगर सरपंच के खिलाफ बड़ी कार्रवाई नहीं होती तो ग्रामीणों द्वारा गांव में चक्काजाम किया जाएगा।
किस तरह से होगा ग्रामीण विकास ?
आखिर कब तक होगी अन्य आवेदनों की जांच?
आखिर कब होगी भ्रष्ट लोगों पर कार्रवाई ?
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