संदेश भारत, रायपुर l बस्तर जिला में जिला बंद का असर आज सुबह से दिखा है। पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या कांड, नक्सल ब्लास्ट में 9 जवानों के शहीद होने और धर्मान्तरण विवाद को लेकर हुए मारपीट के कारण बस्तर बंद का असर देखने को मिल रहा है। बस्तर चैम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी बंद का समर्थन किया है। विश्व हिंदू परिषद व आदिवासी समाज बंद को सफल बनाने में सुबह से ही शहर में रैली के रूप में निकले हैं।
जवानों की गाड़ी को बनाया निशाना
लगातार सुरक्षाबलों से मिल रही मात से बौखलाए नक्सलियों ने एक बार फिर कायराना हरकत कर दी है। बीते 6 जनवरी को नक्सलियों ने सुरक्षा बलों से भरी गाड़ी को निशाना बनाया। जवान बीजापुर के कुटरू से बेदरे जाने वाले मार्ग पर IED ब्लास्ट कर दिया। इस हमले में 9 जवानों के शहीद हो गए।
जानकारी के अनुसार, बीजापुर जिले के कुटरू से बेदरे के बीच अंबोली नाला पर बने पुल पर इस घटना को अंजाम दिया गया। पुल को IED ब्लास्ट से नक्सलियों ने उड़ा दिया। घटना के दौरान एक गाड़ी में 10 जवान सवार होकर जा रहे थे। इस घटना के दौरान वाहन ब्लास्ट के चपेट में आ गया, जिसमें 9 जवान शहीद हो गए। साथ ही कुछ जवान गंभीर रूप से घायल हैं।
पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्या कांड
ठेकेदार द्वारा किए गए सड़क घोटाले को उजागर करने वाले मुकेश चंद्राकर को हत्यारों ने दर्दनाक मौत दी। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 4 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बता दें शुक्रवार 3 जनवरी को पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव ठेकेदार के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया था। 1 जनवरी से पत्रकार मुकेश चंद्राकर लापता थे।
मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी की शाम टी-शर्ट और शॉर्ट्स में घर से बाहर निकले थे। कुछ समय बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया। रात तक घर नहीं लौटे, जिसके बाद उनके भाई और पत्रकार युकेश चंद्राकर ने करीबियों के घर, शहर में अलग-अलग जगह पता लगाया। कोई खबर नहीं मिलने पर युकेश चंद्राकर ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। गुमशुदगी की खबर पर बीजापुर एसपी ने टीम गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। पत्रकार की हत्या के बाद से पूरे प्रदेश के पत्रकारों में भारी आक्रोश है। आक्रोशित पत्रकारों ने जिला बंद का आह्वान किया।
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