छत्तीसगढ़ में धान की रिकॉर्ड खरीदी, किसानों को 25,549 करोड़ का भुगतान
संदेश भारत, रायपुर l छत्तीसगढ़ सरकार ने कृषि क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जहां अब तक राज्य में 121 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। इसके बदले में किसानों को कुल 25,549 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है l धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक चलेगीl यह आंकड़ा छत्तीसगढ़ के कृषि क्षेत्र की मजबूती और राज्य सरकार की किसानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है l अब तक 92.65 लाख मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, इसके एवज में 65 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया है l

राज्य सरकार की यह धान खरीदी योजना किसान कल्याण और कृषि विकास के लिहाज से बेहद अहम है। इसका उद्देश्य किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर धान बेचना सुनिश्चित करना और उन्हें बाजार में मिलने वाली मूल्य से बेहतर आर्थिक लाभ देना है।
प्रदेश के सभी पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया है l इसके साथ ही, धान खरीदी के इस बड़े पैमाने पर कार्यान्वयन से न केवल राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है, बल्कि यह योजना किसानों के जीवन स्तर को सुधारने में भी सहायक साबित हो रही है।
छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विकास के क्षेत्र में अन्य राज्यों के लिए एक आदर्श बन सकता है, जहां राज्य सरकार ने धान की खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी और किसान हितैषी बनाया है।
किसानों के लिए राहत
राज्य में इस बार धान की खरीदी का आंकड़ा रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने के बाद, यह निश्चित रूप से किसानों के लिए राहत का संकेत है। साथ ही, इसे लेकर राज्य सरकार ने और भी योजनाओं की घोषणा की है, ताकि आने वाले समय में किसानों को और भी ज्यादा सहायता मिल सके।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है l इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है. इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है l