रायपुर नगर निगम का डंडा चला: अवैध बैनर लगाने वालों पर 10-10 हजार का जुर्माना, अफसरों के तबादले से प्रशासन में नई हलचल
सन्देश भारत रायपुर । राजधानी रायपुर की तस्वीर बदलने की दिशा में नगर निगम ने दो बड़े और सख्त कदम उठाए हैं। एक ओर जहां शहर की खूबसूरती से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ा शिकंजा कसा गया है, वहीं प्रशासनिक कार्यप्रणाली को और चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए अधिकारियों की नई पदस्थापनाएं कर दी गई हैं।
अवैध बैनर पर कार्रवाई: 10-10 हजार का जुर्माना, एफआईआर की चेतावनी
नगर निगम के जोन 5 अंतर्गत चंगोराभाठा बाजार चौक के पास शासकीय संपत्ति पर अवैध तरीके से बैनर-पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। महापौर मीनल चौबे और निगम आयुक्त विश्वदीप के स्पष्ट निर्देश पर नगर निवेश विभाग ने चार संस्थानों पर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना ठोका है ।
कार्यवाही की जद में आए संस्थान हैं:
अगस्त्या एकेडमी ऑफ साइंस कृष्णा किड्स एकेडमी शिक्षा कोचिंग सेंटर आईएसबीएम यूनिवर्सिटी
इन सभी पर छत्तीसगढ़ संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम 1994 के तहत जुर्माना लगाते हुए तीन दिन में भुगतान का अल्टीमेटम दिया गया है। जोन कमिश्नर खीरसागर नायक ने चेतावनी दी है कि अगर तय समय सीमा में राशि जमा नहीं हुई, तो संबंधित संचालकों के खिलाफ पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज की जाएगी।
प्रशासनिक सर्जरी: अफसरों की नई तैनाती से हड़कंप
निगम आयुक्त विश्वदीप ने प्रशासनिक तंत्र को दुरुस्त करने के लिए सहायक राजस्व अधिकारियों के जोन बदल दिए हैं। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है, जिससे नगर निगम में हलचल तेज हो गई है।
शहर के लिए संदेश साफ: अब बेतरतीब नहीं चलेगा रायपुर
नगर निगम की इस दोहरी कार्रवाई से यह स्पष्ट संकेत गया है कि रायपुर में अब न तो अव्यवस्था को बर्दाश्त किया जाएगा और न ही बेतरतीब प्रचार-प्रसार को। यदि कोई संस्था या व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता है, तो उसे सीधी आर्थिक और कानूनी कार्यवाही के लिए तैयार रहना होगा। शहरवासियों ने निगम की इस कार्रवाई का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि इससे न केवल शहर की खूबसूरती बढ़ेगी, बल्कि प्रशासनिक जवाबदेही भी मजबूत होगी।