संदेश भारत, रायपुर ।
सारंगढ़, बरमकेला: सारंगढ़ के बरमकेला में शराब के शौकीनों के स्वास्थ्य और जीवन से खिलवाड़ का एक खतरनाक खेल लगातार जारी है। यहां देशी शराब में पानी मिलाकर न केवल लोगों के पैसे की लूट हो रही है, बल्कि उनके स्वास्थ्य को भी गंभीर खतरे का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले की गंभीरता इस बात से भी साबित होती है कि जब इस मिलावट की शिकायत आबकारी विभाग के अधिकारियों से की जाती है, तो वे भी मौके पर पहुंचने से पहले ही खबर पा जाते हैं और मिलावट के इस खेल को कुछ समय के लिए रोक दिया जाता है।
कार्रवाई क्यों नहीं ?
यह कोई ताज्जुब की बात नहीं है कि इतने लंबे समय से चल रहे इस गोरखधंधे की जानकारी आबकारी विभाग को है, फिर भी कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है? क्या विभाग को इस खेल में अपनी हिस्सेदारी दिखती है, या फिर अधिकारियों का भ्रष्टाचार इस घिनौने कार्य में रुकावट डालने से रोकता है?
सूत्रों के अनुसार, जब भी अधिकारियों को इस मिलावट के बारे में सूचना मिलती है, तो कार्रवाई करने से पहले शराब दुकान के कर्मचारियों को इसकी जानकारी मिल जाती हैं, जिससे वे कुछ समय के लिए मिलावट को रोक देते हैं। लेकिन फिर कुछ ही समय बाद सब कुछ पहले जैसा हो जाता है। यह लगातार हो रहे धोखाधड़ी के इस खेल पर विभाग की चुप्पी सवालों के घेरे में है।
मिलावटी शराब से गंभीर बीमारियों का हो रहे शिकार
देशी शराब में पानी मिलाने से शराब का स्वाद और प्रभाव घट जाता है, लेकिन सबसे बड़ा खतरा यह है कि यह मिलावट स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक साबित हो रही है। कई लोग इसके कारण गंभीर बीमारियों का शिकार हो चुके हैं, और कुछ तो अपनी जान तक गंवा चुके हैं। बावजूद इसके, आबकारी विभाग के अधिकारियों का मौन रहना समझ से परे है। क्या वे अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं या फिर इसमें किसी तरह की सांठगांठ है?
इसका जिम्मेदार कौन ?
यह एक गंभीर मामला है जिसमें न केवल वित्तीय धोखाधड़ी हो रही है, बल्कि लोगों की जान भी खतरे में है। ऐसे में आबकारी विभाग की चुप्पी और लापरवाही को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। क्या इसे सिर्फ नजरअंदाज किया जाएगा या फिर अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का अहसास कराते हुए इस मिलावट के खेल को खत्म किया जाएगा? यह सवाल शराब प्रेमियों और जनता के लिए एक बड़ा मुद्दा बन चुका है।
© Sandesh Bharat. All Rights Reserved.
Powered by Tivra Technologies