संदेश भारत,रायपुर। दुर्ग संभाग आयुक्त सत्यानारायण राठौर और कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा ने आज 15 जनवरी को दोपहर खैरागढ़ विकासखंड स्थित बाजार अतरिया के शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल का औचक निरीक्षण किया, तो जो दृश्य सामने आया, उसने न सिर्फ प्रशासन बल्कि पूरे क्षेत्र में हलचल मचा दी। आयुक्त और कलेक्टर के स्कूल पहुंचते ही, परिसर में बच्चों का अनियंत्रित घूमना और कई शिक्षक अपनी ड्यूटी से गायब मिले। इस घोर लापरवाही को देखकर राठौर ने तुंरत गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए संबंधित शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए।
अनुशासनहीनता नहीं की जाएगी बर्दाश्त : आयुक्त
जब आयुक्त ने बच्चों से संवाद किया, तो उनका ध्यान खासतौर पर आगामी बोर्ड परीक्षा की तैयारी पर था। उन्होंने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल आने और अनुशासन बनाए रखने की कड़ी हिदायत दी। राठौर ने स्कूल के प्राचार्य को स्पष्ट निर्देश दिया कि इस तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भविष्य में कोई भी लापरवाही होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
6 शिक्षक रहे अनुपस्थित, कारण बताओ नोटिस जारी
निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए 6 शिक्षकों के नाम सामने आए हैं, जिनमें व्याख्याता रामप्रकाश सेन, उमा टेम्बुरकर, हीरासिंह टेम्बरकर, मंजू कोसरे, व्यायाम शिक्षिका अनिता सिंह और सहायक ग्रेड-03 खोमेश्वर दास बघेल शामिल हैं। इन शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है, जो उनके पेशेवर कर्तव्यों की नाकामी की ओर इशारा करता है।
क्या आपके बच्चे सुरक्षित हाथों में हैं?
यह औचक निरीक्षण न केवल इन शिक्षकों के लिए एक कड़ी चेतावनी है, बल्कि यह पूरे क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकता है। क्या यह कदम जिले के शिक्षा तंत्र में सुधार लाएगा, या फिर यह सिर्फ एक दिखावा होगा? वक्त ही बताएगा!
क्या आपके बच्चे का भविष्य सुरक्षित हाथों में हैं, या क्या ऐसे शिक्षक उनके भविष्य के साथ खेल रहे हैं? यह सवाल अब हर माता-पिता के मन में गूंज रहा है।
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