संदेश भारत, रायपुर। खैरागढ़ में गणतंत्र दिवस की तैयारियों के बीच एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। नगर पालिका प्रशासन पर बिना टेंडर के लाखों रुपये के काम कराने का गंभीर आरोप लग रहा है। विपक्ष ने इसे भ्रष्टाचार और नियमों की खुली अनदेखी करार देते हुए नगर पालिका प्रशासन को घेर लिया है। खासकर फतेह सिंह मैदान में हो रहे कामों को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
अपने चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया : दीपक देवांगन, नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष दीपक देवांगन ने तीखे शब्दों में आरोप लगाया है कि नगर पालिका प्रशासन ने निविदा प्रक्रिया को पूरी तरह से नजरअंदाज कर अपने चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया है। उनका कहना है, “फतेह सिंह मैदान के अलावा मंगल भवन और नगर पालिका कार्यालय में भी बिना टेंडर के काम हो रहे हैं, जो सरकारी नियमों का उल्लंघन और जनता के पैसों का दुरुपयोग है।”
नगरपालिका सीएमओ के बयान और बढ़ा विवाद
वहीं, नगर पालिका के सीएमओ नरेंद्र वर्मा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि यह सभी कार्य नगर पालिका अध्यक्ष गिरिजा चंद्राकर के निजी खर्च पर किए जा रहे हैं। लेकिन उनका यह बयान विवादों को और बढ़ा गया है, क्योंकि यदि ऐसा सच है, तो यह खैरागढ़ के इतिहास में पहली बार होगा जब कोई नगरपालिका अध्यक्ष अपने निजी खर्च से लाखों रुपये खर्च करके सरकारी काम करवा रही होगी।
महिला शौचालय में गंदगी
इसके साथ ही, फतेह सिंह मैदान की बदहाल स्थिति भी चिंता का विषय बनी हुई है। गणतंत्र दिवस के आयोजन से पहले मैदान में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, और महिलाओं के शौचालयों की स्थिति बेहद दयनीय हो गई है। बाथरूम के दरवाजे टूट चुके हैं, जिससे प्रतिभागियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, रात के समय मैदान में शराबियों का जमावड़ा होने से स्थिति और भी खराब हो रही है।
प्रशासन सवालों के घेरे में
यह सब देखते हुए विपक्ष ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इन गंभीर आरोपों का सही तरीके से जवाब दे पाएगा और क्या गणतंत्र दिवस का आयोजन इन विवादों और अव्यवस्थाओं के बीच सफलतापूर्वक संपन्न हो पाएगा। इस बीच, खैरागढ़ के लोगों के लिए यह एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है।
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