संदेश भारत, रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव के लिए जारी मतदाता सूची में एक बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। एक ही परिवार के मतदाताओं को अलग-अलग वार्डों में मतदान के लिए पर्ची दी गई है, जो चुनावी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाता है। यह घटना शहर के रिंग रोड नंबर 1 स्थित अग्रोहा सोसायटी से सामने आई है, जहां विजय मिश्रा और उनकी पत्नी रत्ना मिश्रा को दो अलग-अलग वार्डों में मतदान की पर्चियां मिली हैं।
विजय मिश्रा को रायपुरा वार्ड क्रमांक 69 में मतदान के लिए पर्ची प्राप्त हुई, जबकि उनकी पत्नी को वार्ड क्रमांक 70 में डिपरा पारा घनश्याम नगर में पर्ची दी गई। इस तरह की गड़बड़ियों ने मतदाताओं के बीच गहरी निराशा और असंतोष को जन्म दिया है। यह घटना स्पष्ट करती है कि चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची को लेकर गंभीर चूक हो रही है, जिससे न केवल राजनीतिक पार्टियों के बीच, बल्कि आम जनता के बीच भी अविश्वास बढ़ रहा है।
जानकारों का कहना है कि अगर निकाय चुनाव के लिए विधानसभा चुनाव की सूची को आधार बनाया गया है, तो यह पूरी तरह से नियमों की अनदेखी है। इस प्रक्रिया से सबसे ज्यादा नुकसान उन नए मतदाताओं को हो सकता है, जिनकी आयु विधानसभा चुनाव के समय 18 वर्ष से कम थी, लेकिन अब वे वोट देने के योग्य हो गए हैं। इस मामले में सही संख्या अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन यह गड़बड़ी चुनावी निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
विजय मिश्रा ने चुनाव आयोग से अपील की है कि इस तरह की त्रुटियों को तत्काल सुधारते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा, "इस तरह की गड़बड़ियां न केवल चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल उठाती हैं, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास भी कम करती हैं।"
इस मामले ने अब चुनावी अधिकारियों की कार्यशैली और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को कठघरे में खड़ा कर दिया है। क्या चुनाव आयोग इन गड़बड़ियों को सुधार पाएगा, या क्या यह गड़बड़ी चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता को और संदेहास्पद बना देगी? इसका जवाब आने वाला समय ही बताएगा।
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