संदेश भारत, रायपुर। छत्तीसगढ़ के एमसीबी में त्रिस्तरीय पंचायत आम निर्वाचन 2025 के तहत चुनावी सामग्री वितरण केंद्र पर चुनावी ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में पाए गए चार शिक्षकों का मामला अब सुर्खियों में है। यह घटना शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, लालपुर में हुई, जहां ये शिक्षक अशोक कुमार सिंह, राकेश कुमार पाण्डेय, अभय कुमार कुजूर और सुनील टोप्पो चुनावी ड्यूटी पर शराब पीकर पहुंचे थे।
यह गंभीर मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मनेन्द्रगढ़ के सहायक चिकित्सा अधिकारी द्वारा उजागर किया गया। जांच में यह सामने आया कि यह शिक्षक चुनावी कर्तव्यों के दौरान सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। इनकी यह लापरवाही और कदाचार चुनावी प्रक्रिया की गंभीरता को प्रभावित कर सकती थी, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया।
कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी, श्री डी. राहुल वेंकट ने इस कृत्य को सख्त रूप से लिया और आरोपित शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। श्री वेंकट ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी है कि चुनावी कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनुशासनहीनता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। निलंबन के दौरान इन शिक्षकों की कार्यशैली पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और इनका मुख्यालय 'विकासखंड शिक्षा अधिकारी, भरतपुर' में स्थानांतरित कर दिया गया है।
यह घटना चुनावी प्रक्रिया में अनुशासन और जिम्मेदारी के महत्व को फिर से रेखांकित करती है। अब यह सवाल उठता है कि क्या इस तरह की घटनाओं के बाद चुनावी ड्यूटी पर तैनात किए गए कर्मचारियों में अनुशासन और जिम्मेदारी का एहसास होगा? या फिर ऐसे मामलों पर और कड़ी कार्रवाई की जरूरत होगी? इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि चुनावी कर्तव्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही को कतई नकारा नहीं जाएगा।
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