संदेश भारत, रायपुर। प्रधानमंत्री आवास योजना में हुए भ्रष्टाचार का एक और बड़ा मामला सामने आया है। रायपुर जिले के आरंग ब्लॉक स्थित ग्राम पंचायत बनारसी में प्रधानमंत्री आवास की राशि ग़लत लोगों को आंबटित करने का आरोप है। स्थानीय निवासी ईश्वर साहू द्वारा शिकायत की गई है कि रोजगार सहायक बिहारी लाल साहू ने जानबूझकर गलत व्यक्तियों को आवास योजना की राशि बांट दी। मामले में 120000 रुपये की गड़बड़ी के आरोप लगे हैं, जिसमें एक तो डोमार साहू के नाम से, और दूसरी सत्या नामक महिला के नाम पर गबन किया गया है।
शिकायत के मुताबिक, डोमार साहू के नाम पर आवास की राशि बिना घर बनाए ही आहरण कर ली गई। इसके लिए आनंद पिता लेखु साहू के घर का फोटो लेकर राशि की अवैध निकासी की गई। इसी तरह, सत्या नामक महिला के नाम से भी इसी तरह की गड़बड़ी की गई। शिकायत कर्ता ईश्वर साहू ने आरोप लगाया कि ये दोनों व्यक्ति ग्राम बनारसी में वर्तमान में नहीं रहते हैं, लेकिन उनके नाम पर आवास योजना का पैसा गबन किया गया है। ईश्वर साहू ने यह भी सवाल उठाया है कि इस पूरे घोटाले को किस बड़े अधिकारी के संरक्षण में अंजाम दिया जा रहा है, उसकी भी जांच होनी चाहिए।
आरंग जनपद पंचायत के जांच अधिकारी संतोष ध्रुव ने इस मामले की जांच की पुष्टि करते हुए बताया कि दोनों पक्षों का बयान लिया जा चुका है और जांच जारी है। इस मामले में रोजगार सहायक बिहारी लाल साहू ने कहा कि जांच पूरी होने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी न होने की सख्त हिदायत दी थी और चेतावनी दी थी कि दोषी पाए जाने पर बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी। अब सवाल यह है कि क्या इस घोटाले में दोषी पाए गए लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी, या भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को दबा दिया जाएगा?
इस पूरे मामले ने अब बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है, कि क्या सच में मुख्यमंत्री की हिदायतों का कोई असर होगा, या फिर गड़बड़ी का यह घोटाला यूं ही चलता रहेगा?
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