डेंटल छात्रों के लिए भूपेश बघेल से मुलाकात: स्टाइपेंड असमानता का मुद्दा गहराया

डेंटल छात्रों के लिए भूपेश बघेल से मुलाकात: स्टाइपेंड असमानता का मुद्दा गहराया

डेंटल छात्रों के लिए भूपेश बघेल से मुलाकात, स्टाइपेंड असमानता का मुद्दा गहराया

संदेश भारत ,रायपुर ।  5 मार्च को शासकीय डेंटल कॉलेज, रायपुर के परास्नातक (MDS) और इंटर्न छात्रों ने आज पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से मुलाकात की और डेंटल छात्रों के स्टाइपेंड में हो रही असमानता का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया। छात्रों का कहना है कि जबकि छत्तीसगढ़ में MBBS, MD/MS और आयुर्वेद के छात्रों के स्टाइपेंड में वृद्धि की गई है, डेंटल छात्रों को इस पर कोई राहत नहीं मिली है। 


क्या है असमानता का मुद्दा?

छत्तीसगढ़ में केवल एक शासकीय डेंटल कॉलेज होने के बावजूद डेंटल छात्रों के साथ यह भेदभाव क्यों किया जा रहा है, यह सवाल आज छात्रों के जेहन में है। पिछले साल 3 सितंबर को सरकारी आदेश के बाद आयुर्वेद छात्रों के स्टाइपेंड में वृद्धि की गई, लेकिन डेंटल छात्रों को इसके लाभ से पूरी तरह से वंचित रखा गया। इससे छात्रों का आर्थिक बोझ तो बढ़ा ही है, साथ ही उन्हें पढ़ाई के दौरान कई अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है।

आखिर क्या है छात्रों की प्रमुख मांगें?

- छत्तीसगढ़ में सिर्फ एक शासकीय डेंटल कॉलेज होने के बावजूद डेंटल छात्रों को स्टाइपेंड में वृद्धि से क्यों बाहर रखा गया?

- 3 सितंबर 2023 के सरकारी आदेश के बाद आयुर्वेद छात्रों का स्टाइपेंड बढ़ाया गया, लेकिन डेंटल छात्रों को नजरअंदाज क्यों किया गया?

- छात्रों ने कई बार DME और CME अधिकारियों से इस मुद्दे पर चर्चा की, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकला।

छात्रों की अपील

छात्रों ने पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से अपील की है कि वे विधानसभा में इस मुद्दे को उठाएं और डेंटल छात्रों के लिए स्टाइपेंड बढ़ाने की मांग करें। छात्रों का कहना है कि यह केवल आर्थिक सहायता का सवाल नहीं है, बल्कि यह उनके पेशे के प्रति सम्मान और डेंटल शिक्षा के समर्थन का प्रतीक है।

क्यों है जरूरी?

जब अन्य चिकित्सा क्षेत्रों के छात्रों को बढ़ा हुआ स्टाइपेंड मिल सकता है, तो डेंटल छात्रों को उनका हक क्यों नहीं मिल सकता? डेंटल शिक्षा में आने वाले छात्रों का मनोबल बढ़ाने और उन्हें समान सम्मान देने के लिए स्टाइपेंड वृद्धि अनिवार्य है। 

छात्रों ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस मुद्दे पर कार्रवाई की जाएगी और वे अपने हक के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।


डॉ. शशांक अग्रवाल, डॉ. आरुषि निराला, डॉ. सत्यम सेन, डॉ. दीपक चंद्राकर, डॉ. अनीश निराला, डॉ. आकाश कुमार देवांगन, डॉ. विपुल जायसवाल, आरुषि निराला और राहुल रजक के नेतृत्व में यह मुद्दा उठाया गया और पूर्व मुख्यमंत्री को विज्ञापन सौंपा गया। 

छात्रों का संघर्ष जारी रहेगा, और अब इस मुद्दे पर सरकार की कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।

Author Surendra Sahu
संपर्क करें

RAIPUR, CHHATISGARH

+91 9926144192

sandeshbharat.enquiry@gmail.com

सोशल मीडिया

© Sandesh Bharat. All Rights Reserved. Powered by Tivra Technologies