छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शराब घोटाला: लखमा से नक्सली कनेक्शन पर EOW की कड़ी पूछताछ!
संदेश भारत न्यूज,रायपुर।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल ला देने वाले 2161 करोड़ के शराब घोटाले में अब नया मोड़ आ गया है। जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से अब आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने भी सीधे सवालों की बौछार कर दी है। EOW की टीम को कोर्ट से दो दिन की पूछताछ की मंजूरी मिली है और आज सुबह रायपुर सेंट्रल जेल में लखमा से नक्सली कनेक्शन समेत 12 अहम सवालों पर जवाब तलब किया गया।
क्या शराब घोटाले की रकम नक्सलियों तक पहुंची?
सूत्रों की मानें तो इस घोटाले का पैसा नक्सलियों तक भी पहुंचा है! यानी छत्तीसगढ़ के खजाने से निकले हजारों करोड़ रुपए भ्रष्टाचारियों की जेब में ही नहीं, बल्कि आतंक और हिंसा को भी फंडिंग कर रहे थे! अब जांच एजेंसियां इस पूरे मामले की कड़ियां जोड़ रही हैं, और लखमा इस सच्चाई से बच नहीं सकते।
ED के शिकंजे में लखमा, कांग्रेस में हड़कंप!
इस बीच, कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट खुद जेल में लखमा से मिलने पहुंचे। उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत भी मौजूद थे। अंदरखाने की खबर ये है कि इस मुलाकात में कानूनी बचाव और राजनीतिक समीकरणों को लेकर चर्चा हुई। मगर बड़ा सवाल ये है कि क्या कांग्रेस अब खुलकर घोटालेबाजों के साथ खड़ी है?
21 जनवरी से जेल में बंद हैं लखमा, बचना नामुमकिन!
कवासी लखमा को ED ने 15 जनवरी को गिरफ्तार किया था। उन पर शराब घोटाले में गहरी संलिप्तता और भ्रष्टाचारियों के सिंडिकेट का हिस्सा होने के आरोप हैं। अब तक ED ने 3,841 पन्नों की चार्जशीट पेश की है, जिसमें लखमा समेत 21 लोगों को आरोपी बनाया गया है। कोर्ट में अगली सुनवाई 22 मार्च को होगी और माना जा रहा है कि अब इस मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं!
छत्तीसगढ़ की जनता के 2161 करोड़ का हिसाब कौन देगा?
ये घोटाला सिर्फ घूसखोरी नहीं, बल्कि जनता के हक पर खुली लूट है! सवाल ये है कि अगर घोटाले का पैसा नक्सलियों तक गया, तो कौन जिम्मेदार है? क्या कांग्रेस सरकार ने जानबूझकर ये लूट होने दी? क्या लखमा और उनके साथी इस घोटाले में सिर्फ मोहरे हैं या असली मास्टरमाइंड?
अब देखना ये है कि क्या EOW और ED की पूछताछ से इस घोटाले का पूरा सच सामने आएगा या फिर सत्ता के रसूखदार चेहरे इसे दबाने में कामयाब होंगे?