छत्तीसगढ़ की बेटियों के साथ दरिंदगी – सरकार की चुप्पी पर उठे सवाल
संदेश भारत रायपुर।
बलौदा बाजार:
छत्तीसगढ़ से मासूम बच्चियों को बहला-फुसलाकर बिहार के रोहतास जिले में नरक जैसी जिंदगी में धकेल दिया गया। वहाँ उन्हें बंधक बनाकर दरिंदों ने उनका शोषण किया, यातनाएँ दीं और वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया। इस जघन्य अपराध ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन सरकार चुप्पी साधे बैठी है। इस मामले को लेकर बलौदाबाजार में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
सरकार की नाकामी – अपराधियों को खुला समर्थन?
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली बीजेपी सरकार क्या छत्तीसगढ़ की इन बेटियों की चीखें नहीं सुन रही? अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन न तो पुलिस कोई ठोस कार्रवाई कर रही है और न ही प्रशासन न्याय दिलाने को तत्पर दिख रहा है। उल्टा, इस मामले को दबाने की कोशिश हो रही है, मीडिया को चुप कराया जा रहा है और जनता को अंधेरे में रखा जा रहा है।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का ऐलान – अब आर-पार की लड़ाई!
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने इस अमानवीय घटना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बलौदा बाजार समेत कई जिलों में कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपकर उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर फाँसी नहीं दी गई और पीड़ित परिवारों को न्याय व मुआवजा नहीं मिला, तो प्रदेशभर में उग्र आंदोलन होगा।
बीजेपी सरकार बर्खास्त करने की मांग
क्रांति सेना ने राष्ट्रपति से अपील की है कि छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार महिलाओं की सुरक्षा करने में पूरी तरह असफल साबित हो चुकी है। जब बेटियाँ ही सुरक्षित नहीं हैं, तो ऐसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं। उन्होंने राष्ट्रपति शासन लगाने की माँग करते हुए कहा कि यह लड़ाई अब आर-पार की होगी।
छत्तीसगढ़ की जनता अब चुप नहीं बैठेगी – दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाकर ही दम लेगी!