शराबी सचिव की करतूत से थर्राया समाधान शिविर: नशे में धुत होकर पहुंचा पंचायत सचिव, महिला सरपंच ने सबके सामने खोली पोल, सांसद के आदेश पर तत्काल सस्पेंड!
संदेश भारत, रायपुर
धमतरी | सुशासन तिहार के पावन अवसर पर जब पूरे राज्य में जनता की समस्याएं सुनने और उन्हें मौके पर सुलझाने का महाअभियान चल रहा है, उसी दौरान धमतरी जिले के ग्राम गट्टासिल्ली में लोकतंत्र की मर्यादा को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया। ग्राम पंचायत आमदी का सचिव समाधान शिविर में शराब के नशे में धुत होकर पहुंच गया, जिससे पूरा माहौल बिगड़ गया और लोगों में आक्रोश की लहर दौड़ गई।
गांव की बहादुर महिला सरपंच ने पूरे शिविर में सचिव की करतूतों का भांडा फोड़ते हुए बताया कि वह अक्सर शराब पीकर दफ्तर आता है, जिससे पंचायत का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। महिला सरपंच की यह बेबाक शिकायत सुनते ही समाधान शिविर में मौजूद कांकेर लोकसभा सांसद भोजराज नाग आगबबूला हो उठे और तत्काल सचिव को निलंबित करने के निर्देश दे डाले।
जिला पंचायत की सीईओ रोमा श्रीवास्तव ने भी इस गंभीर लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। बताया जा रहा है कि इससे पहले सचिव को नोटिस भी दिया गया था, लेकिन जवाब संतोषजनक न होने पर अब निलंबन की गाज गिराई गई है।
इस घटनाक्रम ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या गांवों की बागडोर ऐसे गैरजिम्मेदार अफसरों के हाथों में सुरक्षित है? समाधान शिविर, जो जनता की आवाज सुनने का मंच था, वहां इस तरह की लापरवाही ने सरकारी तंत्र की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
कार्यक्रम में कांकेर सांसद भोजराज नाग, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा, सदस्य अजय फत्ते लाल ध्रुव, जनपद अध्यक्ष महेश गोटा समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे, और सभी ने इस शर्मनाक कृत्य की कड़ी निंदा की।
अब सवाल ये है कि क्या सिर्फ निलंबन से बात खत्म हो जाएगी या ऐसे लापरवाह अफसरों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई भी होगी? जनता जवाब चाहती है, और ऐसे सचिवों के लिए केवल निलंबन नहीं, बल्कि नौकरी से बर्खास्तगी की मांग उठ रही है।
ये सिर्फ एक पंचायत की बात नहीं, ये सिस्टम में फैले नशे के वायरस की पहली झलक है – सवाल है, कब होगा इसका इलाज?