छत्तीसगढ़ के युवा ने डोनाल्ड ट्रंप को लिखा पत्र – शिक्षक भर्ती को लेकर लगाई गुहार! मोदी पर कसा तंज
संदेश भारत , रायपुर।
छत्तीसगढ़ के एक जागरूक और बेरोजगारी से त्रस्त युवा ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक सनसनीखेज पत्र लिख डाला है। इस पत्र में उसने 57,000 लंबित शिक्षक भर्तियों को पूरा करवाने की गुहार लगाई है — और इसके पीछे तर्क भी बड़ा ही चौंकाने वाला है।
युवक ने लिखा है – "मोदी जी और आपकी मित्रता विश्व विख्यात है। आपके कहने पर देश के युवाओं को शिक्षक बना दे।"
जब प्रधानमंत्री ट्रंप के कहने पर भारत-पाकिस्तान युद्ध में सीज़फायर कर सकते हैं, तो क्या वो ट्रंप के कहने पर देश के युवाओं को शिक्षक भी बना सकते हैं?
इस पत्र में युवा ने तंज कसते हुए कहा कि जब डोनाल्ड ट्रंप ने कई मंचों से खुद दावा किया कि मोदी ने उनकी बात मान ली, तो अब भारतीय युवाओं को भी उम्मीद है कि 57000 शिक्षक भर्ती पूरी करवाने के लिए ट्रंप ही अंतिम उम्मीद बनें।
मोदी-ट्रंप की ‘मित्रता’ बनी मुद्दा!
यह मामला इसलिए और गरमाया है क्योंकि मोदी और ट्रंप की दोस्ती किसी से छुपी नहीं है। "अबकी बार ट्रंप सरकार" से लेकर *हाउडी मोदी* और *नमस्ते ट्रंप* तक की तस्वीरें आज भी लोगों के जहन में ताजा हैं। अब युवा पूछ रहे हैं —
> "क्या मोदी जी अमेरिका के राष्ट्रपति की सुनते हैं, लेकिन अपने ही देश के बेरोजगार युवाओं की नहीं?"
सरकार की चुप्पी पर सवाल
जहां एक ओर राज्य और केंद्र की सरकार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को ठंडे बस्ते में डालती नजर आ रही है, वहीं ये पत्र सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है। ट्विटर और फेसबुक पर #TrumpHelpIndianYouth और #Complete57000Vacancies जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
जनाक्रोश की आहट
यह पत्र अब केवल एक मज़ाकिया तंज नहीं रहा, बल्कि बेरोजगार युवाओं की *आहत भावनाओं और टूटी उम्मीदों की आवाज़* बन गया है। सवाल उठाए जा रहे हैं –
* क्या अब भारत में रोजगार की लड़ाई भी अमेरिका से लड़नी होगी?
* क्या मोदी सरकार को अब भी ट्रंप की बात ज़्यादा सुनाई देती है, और युवाओं की कम?
छत्तीसगढ़ के युवा ने एक ऐसा तीर चलाया है, जिसने सीधे मोदी सरकार की नीति, ट्रंप-मोदी की मित्रता और देश की भर्ती प्रक्रिया तीनों को एक साथ कटघरे में ला खड़ा किया है।
अब देखना यह है कि इस 'अमेरिकन गुहार' पर मोदी जी की चुप्पी टूटती है या फिर युवाओं का गुस्सा और उबाल मारता है।
अब सवाल देश का है – शिक्षक भर्ती पूरी होगी या ट्रंप को दोबारा पत्र लिखा जाएगा?