संदेश भारत, रायपुर।
बेमेतरा जिले के ग्राम बावा मोहतरा में केंद्रीय विद्यालय के अस्थायी संचालन के विरोध में छात्रों और ग्रामीणों द्वारा किए गए चक्काजाम का अब कानूनी खामियाजा भुगतना पड़ा है। बेमेतरा सिटी कोतवाली में इस मामले में 22 नामजद ग्रामीणों समेत अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने सहित गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह कार्रवाई ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार खरे की शिकायत पर की गई।
क्या है पूरा मामला?
7 जुलाई 2025 को ग्राम बावा मोहतरा के ग्रामीणों ने छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर एनएच-30 बाईपास पर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चक्काजाम किया था। ग्रामीणों का विरोध बावा मोहतरा स्थित शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में अस्थायी रूप से केंद्रीय विद्यालय संचालित करने को लेकर था। ग्रामीणों का कहना था कि स्कूल भवन और संसाधन पहले से सीमित हैं, ऐसे में अस्थायी संचालन से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
प्रशासन ने दी थी समझाइश
घटना के दौरान बेमेतरा एसडीएम प्रकाश भारद्वाज और जिला शिक्षा अधिकारी कमल कपूर बंजारे मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की। लेकिन ग्रामीणों ने प्रशासन की बात मानने से इनकार कर दिया और स्कूली बच्चों को साथ लेकर आंदोलन जारी रखा।
किसे बनाया गया आरोपी
चक्काजाम के दौरान आवागमन पूरी तरह अवरुद्ध हो गया, जिससे राहगीरों और अन्य लोगों को भारी परेशानी हुई। साथ ही, स्कूल का शैक्षणिक कार्य भी बाधित हुआ। इसे शासकीय कार्य में बाधा और अवैध प्रदर्शन मानते हुए 22 ग्रामीणों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने बताया कि चक्काजाम बिना अनुमति के किया गया था।
प्रशासन का पक्ष
ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अरुण खरे के अनुसार, केंद्रीय विद्यालय के संचालन के लिए शासन से स्वीकृति मिल चुकी है और अस्थायी रूप से बावा मोहतरा स्कूल में इसकी व्यवस्था की जा रही थी। सभी प्रशासनिक प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी थी। लेकिन कुछ लोगों द्वारा विरोध कर सुव्यवस्थित संचालन में बाधा उत्पन्न की गई है।
© Sandesh Bharat. All Rights Reserved.
Powered by Tivra Technologies