संदेश भारत रायपुर l मूसलाधार बारिश ने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और तेलंगाना के सीमावर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का कहर बरपाया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। गोदावरी और इंद्रावती नदियों के उफान पर आने से इन राज्यों के बीच का सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया है।
प्रमुख राजमार्ग ठप, यात्री फंसे
भोपालपटनम-हैदराबाद नेशनल हाइवे 163 पर कई जगहों पर पानी भर गया है, जिससे मंगलवार शाम से ही यातायात पूरी तरह से रुक गया है। टेकुलगुडेम और आसपास के इलाकों में तो नदियों का पानी सीधे हाइवे पर बह रहा है। इस स्थिति के कारण सैकड़ों यात्री वाहन और मालवाहक ट्रक दोनों तरफ फंसे हुए हैं। इन यात्रियों को खाने-पीने की भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, और कई लोग रात सड़क पर ही बिताने को मजबूर हैं।
सिरोंचा में रेड अलर्ट, 53 गांव खतरे में
महाराष्ट्र के सिरोंचा तहसील में स्थिति गंभीर है। प्रशासन ने गोदावरी नदी के किनारे बसे 53 गांवों के लिए अलर्ट जारी किया है। खतरे वाले गांवों में मुनादी (घोषणा) कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य दल और राहत टीमें पूरी तरह से तैयार हैं।
इंद्रावती का जलस्तर घटा, लेकिन खतरा कायम
छत्तीसगढ़ के तीमेड इलाके में इंद्रावती नदी का जलस्तर धीरे-धीरे कम होने लगा है, जो थोड़ी राहत की बात है। हालांकि, गोदावरी नदी अब भी उफान पर है और क्षेत्र में लगातार बारिश जारी है, जिससे खतरा बना हुआ है। प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक व्यवस्थाएं कर रहा है ताकि फंसे हुए लोगों को मदद पहुँचाई जा सके।
यह बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के निवासियों और यात्रियों के लिए एक चुनौतीपूर्ण समय है, और प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया ही इस आपदा से निपटने का एकमात्र रास्ता है।
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