संदेश भारत, रायपुर।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारी संघ का आंदोलन अब और उग्र हो गया है। कर्मचारियों ने स्पष्ट किया है कि लिखित आदेश जारी होने तक आंदोलन जारी रहेगा, और अब मंत्रियों के बंगले घेराव की भी तैयारी की जा रही है।
मोदी की गारंटी खोज अभियान:
विधानसभा चुनाव के दौरान किए गए वादों को लेकर कर्मचारियों में नाराजगी चरम पर है। उनका कहना है कि 160 से अधिक ज्ञापन देने के बावजूद सरकार ने अब तक सुनवाई नहीं की, जिसके कारण 18 अगस्त से 33 जिलों में अनिश्चितकालीन आंदोलन चल रहा है।
आज रायपुर और दुर्ग संभाग के 13 जिलों के लगभग 5,000 कर्मचारी रायपुर के तुता धरना स्थल पर पहुंचे और "मोदी की गारंटी लागू करो" लिखे पम्पलेट आम जनता में वितरित किए। रास्ते में गांव-शहरों में भी पम्पलेट बांटकर आम लोगों को आंदोलन की जानकारी दी गई। प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल के साथ धक्का-मुक्की की स्थिति भी बनी।
मुख्य मांगें:
• नियमितीकरण
• ग्रेड पे निर्धारण
• लंबित 27% वेतन वृद्धि
• अनुकंपा नियुक्ति
• अन्य 10 सूत्रीय मांगों की पूर्ति
प्रदेशभर में लगभग 16,000 कर्मचारी हड़ताल पर हैं, जिससे ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं।
संघ का बयान:
प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित कुमार मिरी और प्रवक्ता पूरन दास ने कहा –
"हम अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। शासन का दमनकारी रवैया हमें डरा नहीं सकता। यदि हमारी मांगें शीघ्र पूरी नहीं हुईं, तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।"
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा "पाँच मांगें पूरी होने" के दावे को कर्मचारियों ने भ्रामक बताते हुए कहा –
"यदि कोई मांग पूरी हुई है, तो उसका लिखित आदेश सार्वजनिक किया जाए।"
प्रदेश में आंदोलन के चलते शासन और कर्मचारियों के बीच टकराव की स्थिति बन गई है, जबकि स्वास्थ्य सेवाओं की ठप स्थिति से आम जनता को गंभीर परेशानी झेलनी पड़ रही है।
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