मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने एक लाइट मशीनगन (LMG), एक एके-47 राइफल, और एक बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) जैसे अत्याधुनिक हथियार जब्त किए हैं। अधिकारियों के मुताबिक, इस मुठभेड़ में कई माओवादी घायल हुए हैं, हालांकि वे मौके से भागने में कामयाब रहे। सुरक्षाबलों का यह अभियान माओवादी संगठन को लगातार कमजोर कर रहा है, जिससे क्षेत्र में शांति बहाली की उम्मीद बढ़ी है। |
संदेश भारत रायपुर l नारायणपुर: बस्तर संभाग में चल रहे माओवादी विरोधी अभियान के तहत सुरक्षाबलों को नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के दुर्गम जंगल में एक बड़ी कामयाबी मिली है। माओवादियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने जंगल में छिपाकर रखे गए 300 से अधिक अत्याधुनिक हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की है। यह कार्रवाई माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है।
मुठभेड़ और बरामदगी का ब्यौरा
मुठभेड़ थाना कोहकामेटा क्षेत्र के घने जंगलों में हुई, जब डीआरजी, एसटीएफ और आईटीबीपी की संयुक्त टीम तलाशी अभियान पर थी। इसी दौरान घात लगाकर बैठे माओवादी कैडर ने सुरक्षाबलों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिससे माओवादी जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले।
मुठभेड़ के बाद घटनास्थल की सघन तलाशी के दौरान सुरक्षाबलों को भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद मिला। बरामदगी में एक लाइट मशीनगन (LMG), एक एके-47 (त्रिची), एक इंसास राइफल, एक एसएलआर, एक स्टेन गन, एक 51 मिमी मोर्टार, और एक बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लॉन्चर) शामिल हैं। इसके अलावा, दो 9 मिमी पिस्टल, दो देशी कट्टा और 12 बोर की बंदूकें भी बरामद की गई हैं।
HIGHLIGHTS
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बरामदगी में शामिल प्रमुख सामग्री:
इनके अलावा, 10 राउंड 315 के जिंदा कारतूस, 23 बड़े बीजीएल सेल, 63 मध्यम बीजीएल सेल, 14 छोटे बीजीएल, 8 देशी हैंड ग्रेनेड, 8 तीर बम, 2 बंडल कॉर्डेक्स वायर, 141 बंडल सेप्टी फ्यूज, और बड़ी संख्या में डेटोनेटर व अन्य विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है।
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माओवादी संगठन कमजोर
आईजीपी सुंदरराज पी. ने बताया कि 24 अगस्त से चलाए गए इस संयुक्त अभियान में मूसलाधार बारिश और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद जवानों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 में हुई लगातार सुरक्षा कार्रवाइयों से माओवादी संगठन बुरी तरह कमजोर हुआ है। उनके अनुसार, अब माओवादियों के पास हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। अधिकारियों ने यह भी आशंका जताई है कि मुठभेड़ में कई माओवादी घायल हुए हैं।
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